युक्तिवादी समिति ने की ओझा-तांत्रिक को गिरफ्तार करने की मांग

युक्तिवादी समिति ने की ओझा-तांत्रिक को गिरफ्तार करने की मांग


       दैनिक विश्वमित्र : कोलकाता :  गुरुवार 16 फरवरी 2017 
कोलकाता : 15 फरवरी (नि.प्र.) । डायन के संदेह में अपनी दादी चेपी बेरा (60) की नृशंस ढंग से हत्या करने के आरोप में पुलिस ने राधाकांत बेरा नामक एक युवक को किया था। किन्तु इस हत्या की घटना में ओझा/तांत्रित को गिरफ्तार किये जाने की मांग को लेकर भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति की ओर से मंगलवार को पश्‍चिम मिदनापुर जिले के पुलिस अधीक्षक और जिलाशासक के लिखित आवेदन किया गया है। समिति के घाटाल शाखा सचिव देवब्रत बनर्जी ने यह मांग की है।
उल्लेखनीय है कि गत 9 फरवरी को राधाकांत बेरा ने डायन के संदेह में अपनी दादी चेपी बेरा का सिर धारदार हथियार से काटकर अलग कर दिया था। उसके बाद अभियुक उस कटा सिर हाथ में लिए पूरे गांव में घूमने के बाद सिर को पास के जंगल में फेंक दिया था। यह घटना पश्‍चिम मिदनापुर जिले के संकराइल थानांतर्गत नवगा गांव की है। इस हत्या की घटना में पुलिस ने अभियुक्त राधाकांत बेरा को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था, जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।  पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि राधाकांत काफी दिनों से बिमार था। उसे संदेश था कि उस पर किसी ने तंत्र-मत्र किया था। राधाकांत को एक ओझा/तांत्रिक ने कहा था कि उसकी दादी चेपी बेरा डायन है, उसने ही ही अपने पोते पर तंत्र-मंत्र की। जिसकी वजह से वो बिमार हो गया। इसके बाद गत 9 फरवरी की शाम राधाकांत ने एक टांगी से अपनी दादी चेपी का सिर काट दिया और उस सिर को लेकर गांव में कुछ देर तक घूमता भी रहा था। 
इधर, इस घटना में उस ओझा/तांत्रिक को गिरफ्तार करने की मांग युक्तिवादी समिति ने की है। समिति के अध्यक्ष प्रबीर घोष ने कहा कि ओझा ,  सोखा , जानगुरु और माझी जैसे लोगों के पास कोई भी तंत्रमंत्र की शक्ति नहीं रहती है , न ही डायन विद्या का अस्तित्व है। उन्होंने कहा कि तांत्रिक, ओझा , जानगुरु , सोखा व माझी और इनके कर्मकाण्डों को द ड्रग्स एण्ड कासमेटिकस एक्ट , 1940 के तहत अवैध घोषित करने की जरूरत है।

( प्रकाशित : दैनिक विश्वमित्र : कोलकाता :  गुरुवार 16 फरवरी 2017 ) 

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